IPO Loan क्या है? (What is IPO Loan in Hindi

  1. IPO Loan एक ऐसा फाइनेंशियल प्रोडक्ट है जो बैंक और NBFC (Non-Banking Financial Companies) उन निवेशकों को देते हैं जो IPO (Initial Public Offering) में बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहते हैं लेकिन उनके पास पर्याप्त कैश नहीं होता।

साधारण शब्दों में, अगर किसी कंपनी का IPO आने वाला है और आप उसमें ज्यादा से ज्यादा शेयर खरीदना चाहते हैं लेकिन आपके पास उतनी पूंजी नहीं है, तो आप IPO Loan ले सकते हैं।

 

IPO Loan कैसे काम करता है?

  1. सबसे पहले, आपको बैंक/NBFC से IPO Loan के लिए अप्लाई करना होगा।
  2. बैंक आपकी CIBIL Score, Income Proof और Investment History चेक करता है।
  3. आपके अकाउंट से थोड़ी मार्जिन मनी (Margin Amount) कटती है।
  4. बाकी का पैसा बैंक आपको लोन के रूप में देता है और आपके लिए ASBA (Application Supported by Blocked Amount) के जरिए IPO में अप्लाई करता है।
  5. अगर आपको IPO में शेयर अलॉट हो जाते हैं, तो आप उन्हें बेचकर लोन चुका सकते हैं।

IPO Loan लेने के फायदे

  • कम पैसों में बड़ा निवेश – सिर्फ 10-20% मार्जिन से लाखों तक का निवेश कर सकते हैं।
  • उच्च लाभ की संभावना – अगर IPO लिस्टिंग प्रीमियम पर होती है तो अच्छा मुनाफा मिलता है।
  • Short-Term Loan – यह लोन आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर 15 दिनों तक का ही होता है।
  • आसान प्रक्रिया – बैंक और NBFC ऑनलाइन/ऑफलाइन अप्लिकेशन प्रोसेस से तुरंत फंड उपलब्ध कराते हैं।

IPO Loan लेने की शर्तें (Eligibility for IPO Loan)

  • आपकी उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
  • आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरूरी है।
  • CIBIL Score 700+ होना चाहिए।
  • कुछ बैंक सैलरी स्लिप/ITR भी मांग सकते हैं।

IPO Loan का ब्याज दर (Interest Rate)

  • आमतौर पर 7% से 12% प्रति वर्ष तक ब्याज दर लगती है।
  • यह ब्याज केवल लोन की अवधि (5-15 दिन) के हिसाब से लिया जाता है।
  • कुछ NBFC Processing Fees और GST भी चार्ज करते हैं।

IPO Loan की लिमिट (Loan Limit)

  • मिनिमम – ₹1 लाख
  • मैक्सिमम – ₹1 करोड़ (बैंक और NBFC के अनुसार अलग-अलग)
  • आपकी Income और Profile के हिसाब से लोन लिमिट तय होती है।

IPO Loan लेने का पूरा प्रोसेस

  1. बैंक/NBFC से संपर्क करें – जैसे HDFC Bank, ICICI Bank, SBI, Axis Bank, Kotak Securities आदि।
  2. Application Form भरें – KYC डॉक्यूमेंट्स और Demat Details सबमिट करें।
  3. Margin Money जमा करें – आमतौर पर 10% से 20% तक।
  4. ASBA के जरिए अप्लाई – बैंक आपकी ओर से IPO में आवेदन करता है।
  5. शेयर अलॉटमेंट – अगर शेयर अलॉट होते हैं तो उन्हें बेचकर लोन चुका दें, वरना आपका मार्जिन वापस कर दिया जाता है।

IPO Loan के रिस्क

  • अगर IPO लिस्टिंग डिस्काउंट पर होती है तो नुकसान हो सकता है।
  • ब्याज और प्रोसेसिंग फीस से मुनाफा कम हो सकता है।
  • ज़रूरत से ज्यादा लोन लेने पर जोखिम बढ़ जाता है।
निष्कर्ष

IPO Loan उन निवेशकों के लिए बहुत ही उपयोगी है जो कम पैसों में बड़े पैमाने पर IPO में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन ध्यान रहे, इसमें रिस्क भी उतना ही ज्यादा है। सही रिसर्च और लिमिटेड एक्सपोजर के साथ ही होता है

Leave a Comment